विवरण
कलाकार फ्रांस्वा डे नोमे द्वारा "किंग आसा ऑफ ज्यूडिंग द आइडल" आइडल को नष्ट कर दिया है, जो एक प्रभावशाली काम है जो उनकी बारोक कलात्मक शैली और उनकी नाटकीय और विस्तृत रचना के लिए खड़ा है। पेंटिंग यहूदा के राजा आसा का प्रतिनिधित्व करती है, जो अपने राज्य में बुतपरस्त मूर्तियों को नष्ट कर देती है, इस्राएल के परमेश्वर की शिक्षाओं का पालन करती है।
पेंट में रंग का उपयोग आश्चर्यजनक है, अंधेरे और नाटकीय स्वर के साथ जो दृश्य की तीव्रता को उजागर करते हैं। कपड़ों और वस्तुओं में विवरण बेहद सटीक हैं, जो ड्राइंग और पेंटिंग की तकनीक में कलाकार की क्षमता को दर्शाता है।
पेंटिंग के पीछे की कहानी दिलचस्प है, क्योंकि यह पुराने नियम के बाइबिल मार्ग पर आधारित है। यहूदा के राजा आसा को अपने राज्य में एक धार्मिक सुधार करने, मूर्तियों को खत्म करने और इसराइल के भगवान की पूजा को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है। यह पेंटिंग उस ऐतिहासिक क्षण का एक दृश्य प्रतिनिधित्व है।
पेंटिंग का एक छोटा सा ज्ञात पहलू यह है कि यह कार्डिनल फ्रांसेस्को बारबेरिनी, अर्बन पोप VIII के भतीजे द्वारा कमीशन किया गया था, और वर्तमान में पेरिस में लौवर संग्रहालय संग्रह में है। यह काम सत्रहवीं शताब्दी के यूरोपीय समाज में समय के बारोक स्वाद और धर्म के महत्व का संकेत है।
सारांश में, फ्रांस्वा डे नोमे द्वारा "किंग आसा ऑफ जुडा को नष्ट करने वाली मूर्तियों" की पेंटिंग एक प्रभावशाली काम है जो अपनी कलात्मक शैली, इसकी नाटकीय और विस्तृत रचना, काम के पीछे रंग और इतिहास का उपयोग के लिए खड़ा है। यह यूरोपीय बारोक कला का एक महत्वपूर्ण टुकड़ा है और उस समय के समाज में धर्म के महत्व का एक नमूना है।