विवरण
कलाकार जान ब्रूघेल द एल्डर द्वारा आभूषणों, सिक्कों और गोले के साथ फूलों की फूलदान एक सत्रहवीं -सेंटीमीटर कृति है जो गहने, सिक्के और गोले के साथ एक उत्कृष्ट रूप से विस्तृत पुष्प व्यवस्था का प्रतिनिधित्व करती है। कला का यह काम फ्लेमेंको बारोक शैली का एक आदर्श उदाहरण है, जो धन और सावधानीपूर्वक विस्तार की विशेषता है।
पेंट की रचना प्रभावशाली है, जिसमें एक चीनी चीनी मिट्टी के बरतन फूलदान में पाया गया केंद्रीय पुष्प व्यवस्था है। जीवंत रंग और फूलों की बनावट, गहने और गोले पेंट को अविश्वसनीय रूप से यथार्थवादी और विस्तृत बनाते हैं। कलाकार पेंटिंग को गहराई और आयाम देने के लिए परिप्रेक्ष्य की तकनीक का भी उपयोग करता है।
कला के इस काम के पीछे की कहानी आकर्षक है। वह 1612 में जन ब्रुघेल एल वीजो द्वारा चित्रित की गई थी, जो एक फ्लेमेंको कलाकार है, जो एक मृत प्रकृति और परिदृश्य के चित्रों के लिए जाना जाता है। पेंटिंग को आर्कड्यूक अल्बर्टो डी ऑस्ट्रिया द्वारा कमीशन किया गया था, जो ब्रूघेल के काम के एक महान प्रशंसक थे।
इस पेंटिंग का एक छोटा सा ज्ञात पहलू यह है कि ब्रूघेल ने चीनी चीनी मिट्टी के बरतन फूलदान की छवि बनाने के लिए "ग्रिसल्ला" नामक एक पेंट तकनीक का उपयोग किया। यह तकनीक छवि को ग्रे टोन में पेंट करना है और फिर गहराई और छाया का भ्रम पैदा करने के लिए रंग की परतें जोड़ना है।
सारांश में, आभूषण पेंटिंग, सिक्के और गोले के साथ फूलों की फूलदान, फ्लेमेंको बारोक कला की एक उत्कृष्ट कृति है जो इसकी विस्तृत रचना, रंग के उपयोग और इसकी परिप्रेक्ष्य तकनीक के लिए बाहर खड़ा है। पेंटिंग के पीछे की कहानी और ब्रूघेल द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली पेंटिंग तकनीक कला के इस काम को और भी आकर्षक और मूल्यवान बनाती है।