विवरण
पॉल गौगुइन द्वारा "सेल्फ-पोर्ट्रेट विथ येलो क्राइस्ट" एक उत्कृष्ट कृति है जो पूरी तरह से उसकी कलात्मक शैली और उसकी अपनी छवि को जोड़ती है। पेंटिंग की रचना बहुत दिलचस्प है, क्योंकि कलाकार काम के केंद्र में स्थित है, जो एक अंधेरे पृष्ठभूमि से घिरा हुआ है और उसके अधिकार के लिए पीले मसीह की एक आकृति है।
इस पेंटिंग में रंग बहुत जीवंत और हड़ताली है, गर्म और संतृप्त टन के साथ जो गागुइन के आंकड़े और मसीह की छवि को उजागर करता है। कलाकार एक ढीली और गर्भावधि ब्रशस्ट्रोक तकनीक का उपयोग करता है जो काम को आंदोलन और ऊर्जा की भावना देता है।
इस पेंटिंग की कहानी आकर्षक है, क्योंकि यह 1889 में बनाई गई थी, ताहिती में गौगुइन प्रवास के दौरान। कलाकार व्यक्तिगत और आध्यात्मिक संकट के एक क्षण में था, और धर्म और पहचान जैसे मुद्दों का पता लगाने के लिए मसीह के आंकड़े से प्रेरित था।
इस पेंटिंग के बारे में एक छोटा सा पहलू यह है कि गागुइन ने इसे दो अलग -अलग संस्करणों में चित्रित किया, जिसमें वह बैठा है और दूसरा जिसमें वह खड़ा है। बैठा संस्करण पेरिस में ओरसे संग्रहालय में स्थित है, जबकि पैर संस्करण लंदन की नेशनल गैलरी में है।
अंत में, "सेल्फ-पोर्ट्रेट विथ येलो क्राइस्ट" कला का एक प्रभावशाली काम है जो पॉल गौगुइन की तकनीक और शैली को अपनी छवि और गहरी और आध्यात्मिक विषयों की खोज के साथ जोड़ता है। इसकी रचना, रंग और इतिहास इस पेंटिंग को कला का एक अनूठा और दिलचस्प काम बनाते हैं।