विवरण
जियान लोरेंजो बर्निनी द्वारा "सेल्फ-पोर्ट्रेट" पेंटिंग इतालवी बारोक आर्ट की एक उत्कृष्ट कृति है। चित्र कलाकार को अपनी आँखों में एक सीधा और मर्मज्ञ रूप के साथ, खुद के एक गर्व और सुरक्षित मुद्रा में दिखाता है। प्रकाश और छाया का उपयोग प्रभावशाली है, और रचना एकदम सही है।
इस पेंटिंग में बर्निनी की कलात्मक शैली स्पष्ट रूप से दिखाई देती है। एक मूर्तिकार के रूप में, बर्निनी के पास अपने कार्यों में आंदोलन और भावनाओं को पकड़ने की एक असाधारण क्षमता थी। यह क्षमता "सेल्फ-पोर्ट्रेट" में परिलक्षित होती है, जहां बर्निनी किसी भी समय बोलने या आगे बढ़ने वाली लगती है।
रंग इस पेंटिंग का एक और दिलचस्प पहलू है। बर्निनी रंगों के एक सीमित पैलेट का उपयोग करती है, मुख्य रूप से भूरे और भूरे रंग के टन, लेकिन एक जीवंत और जीवन -नए छवि बनाने का प्रबंधन करती है। कपड़े और बालों में विवरण प्रभावशाली हैं, और अंधेरे पृष्ठभूमि के कारण चित्र को और भी अधिक उजागर करने का कारण बनता है।
इस पेंटिंग के पीछे की कहानी भी आकर्षक है। बर्निनी 60 पर यह आत्म -बचा रही, जब वह पहले से ही एक अभिषेक और मान्यता प्राप्त कलाकार था। पेंटिंग उनके दोस्त और संरक्षक, कार्डिनल स्किपिओन बोरघेज़ के लिए एक उपहार था, और सदियों तक बोरघे परिवार संग्रह में रहा।
हालांकि बर्निनी को एक मूर्तिकार के रूप में अपने काम के लिए बेहतर जाना जाता है, लेकिन यह पेंटिंग दिखाती है कि वह अन्य मीडिया में एक उपभोगित कलाकार भी था। "सेल्फ-पोर्ट्रेट" कला का एक प्रभावशाली काम है जो इतालवी बारोक के सबसे महत्वपूर्ण कलाकारों में से एक की क्षमता और प्रतिभा को दर्शाता है।