एक भारतीय लोग, लगुना, न्यू मैक्सिको


आकार (सेमी): 30x40
कीमत:
विक्रय कीमतRs. 10,800.00

विवरण

थॉमस मोरन द्वारा "ए इंडियन पीपल, लगुना, न्यू मैक्सिको" पेंटिंग उन्नीसवीं शताब्दी की अमेरिकी कला की उत्कृष्ट कृति है। यह काम न्यू मैक्सिको के स्वदेशी लोगों के जीवन का एक प्रभावशाली प्रतिनिधित्व है, जो उनकी जीवन शैली की सुंदरता और सादगी पर कब्जा कर रहा है।

मोरन की कलात्मक शैली प्रभावशाली है, एक ढीली ब्रशस्ट्रोक तकनीक और जीवंत रंगों का एक पैलेट है जो दक्षिण -पश्चिम धूप की भावना को पैदा करता है। पेंटिंग की रचना प्रभावशाली है, जिसमें लगुना के भारतीय लोगों और पृष्ठभूमि में पहाड़ों का मनोरम दृश्य है।

रंग इस काम में एक प्रमुख तत्व है, जिसमें गर्म और भयानक स्वर हैं जो दक्षिण -पश्चिम की भूमि और परिदृश्य को दर्शाते हैं। लोगों की वास्तुकला और निवासियों के कपड़े का विवरण प्रभावशाली है, जो मोरन की स्वदेशी लोगों के दैनिक जीवन को पकड़ने की क्षमता को प्रदर्शित करता है।

इस पेंटिंग के पीछे की कहानी आकर्षक है। मोरन ने 1873 में भूविज्ञानी फर्डिनेंड हेडन के नेतृत्व में एक अभियान के हिस्से के रूप में न्यू मैक्सिको की यात्रा की। अपनी यात्रा के दौरान, मोरन को दक्षिण -पश्चिम की सुंदरता से प्यार हो गया और उन्होंने स्वदेशी जीवन के परिदृश्य और दृश्यों को चित्रित किया।

बहुत से लोग यह नहीं जानते हैं कि यह पेंटिंग संयुक्त राज्य सरकार द्वारा अपने राष्ट्रीय संग्रह के लिए अधिग्रहित की जाने वाली कला के पहले कार्यों में से एक थी। यह 1875 में कांग्रेस द्वारा $ 10,000 की राशि के लिए खरीदा गया था, जो उस समय एक महत्वपूर्ण राशि थी।

सारांश में, "एक भारतीय लोग, लगुना, न्यू मैक्सिको" कला का एक प्रभावशाली काम है जो दक्षिण -पश्चिम के स्वदेशी लोगों के जीवन की सुंदरता और सादगी को पकड़ता है। पेंटिंग के पीछे मोरन की तकनीक, रचना, रंग और इतिहास इस काम को अमेरिकी कला के इतिहास में एक अद्वितीय और मूल्यवान टुकड़ा बनाती है।

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